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शंभू बॉर्डर पर बेरीकेडिंग तोड़ रेलवे ट्रैक पर बैठे किसान, 36 ट्रेनें प्रभावित

 17 Apr 2024

पंजाब- हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसानों ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया है। बुधवार को शंभू बॉर्डर पर नेशनल हाईवे बंद कर डटे किसान बॉर्डर के पास ही रेलवे ट्रैक पर बैठ गए है। युवा नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा की रिहाई की मांग को लेकर किसानों ने ये जाम लगाया है। इस दौरान पुलिस ने किसानों को रोकने की कोशिश की मगर धक्का-मुक्की के बीच  किसानों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ दी और रेलवे ट्रैक पर बैठ गये।



 युवा नेता नवदीप की रिहाई की मांग

इस साल फरवरी में हुए किसान आंदोलन के दौरान युवा नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा समेत तीन किसानों को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इन्ही की रिहाई की मांग को लेकर किसानों ने रेलवे ट्रैक को जाम किया है। किसानों की इस मामले को लेकर पंजाब और हरियाणा सरकार से मीटिंग भी हुई थी।  किसानों को भरोसा मिला था कि किसानों को रिहा कर दिया जाएगा। सरकार ने किसानों को 16 अप्रैल तक का समय दिया था लेकिन जब  रिहाई नहीं हुई तो द किसानों ने रेल रोको आंदोलन का आह्वान कर दिया।


आंदोलन के चलते रेल यात्रा प्रभावित

किसानों के आंदोलन के चलते 36 ट्रेन प्रभावित हुई हैं। इनमें  से 11 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया  जबकि 19 ट्रेनों के रूटों को बदला गया और कुछ ट्रेन देरी से चलीं। किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने कहा है कि सरकार ने भरोसा देकर भी किसानों को रिहा नहीं किया।  जब तक सरकार उन्हें रिहा नहीं करेगी, तब तक किसान ट्रैक खाली नहीं करेंगे। अगर सरकार अभी रिहा कर दे तो किसान दस मिनट में ट्रैक से हट जायेंगे। किसान नेता ने कहा वे रेल नहीं रोकना चाहते,   इसके लिए मजबूर करना सरकार की असफलता है।


बीजेपी के प्रत्याशियों से पूछे यह सवाल

लोकसभा चुनाव को लेकर किसान बीजेपी को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। इसी दौरान पंजाब किसान मोर्चा ने एक सवालों की लिस्ट जारी करते हुए कहा है कि जब कोई बीजेपी प्रत्याशी गांव आये तो उससे ये सवाल पूछे जायें---

  • किसानों को क्यों मारा, पुलिस ने बैरिकेड्स क्यों लगाये, आंसू गैस क्यों छोड़ी और गोलियां क्यों चलाईं? क्या किसान विदेश है? किसानों को दिल्ली क्यों नहीं जाने दिया?

  •  युवा किसान शुभकरण को गोली मारकर क्यों शहीद किया गया? क्यों टूटे किसानों के ट्रैक्टर? 400 किसानों को जख्मी क्यों किया गया?

  •  एमएसपी की कानूनी गारंटी के वादे से का क्या हुआ? स्वामीनाथन रिपोर्ट क्यों लागू नहीं हुई? 

  •  लखीमपुर खीरी हत्याकांड में न्याय में देरी क्यों हुई? अजय मिश्र टेनी को सरकारी आश्रय देने के लिए कैबिनेट में क्यों रखा गया?

  •  दिल्ली आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज सभी केस वापस क्यों नहीं लिए गये?

  •  कॉरपोरेट का कर्ज माफ करने में दिक्कत नहीं तो किसानों की कर्ज मुक्ति में दिक्कत क्या है?

  •  वादे के ख़िलाफ़ जाकर बिजली संशोधन बिल 2020 संसद में क्यों पेश किया गया?

  •  कृषि क्षेत्र को प्रदूषण कानून से बाहर क्यों नहीं रखा गया?

  •  चुनावी बॉन्ड से देश को कॉरपोरेट घरानों को क्यों बेचा गया?

  •  बांध सुरक्षा कानून बनाकर भाखड़ा और पोंग बांध पंजाब से क्यों छीने गये?


13 फरवरी से चल रहा आंदोलन


संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर 13 फरवरी से किसान आंदोलन चल रहा है। चार सौ से ज़्यादा किसान संगठनों से बने संयुक्त किसान मोर्चा एमएसपी के मुद्दे पर लगातार आंदोलन कर रहे है । इस संगठन ने पहले भी लगभग साल भर दिल्ली को घेरे रखकर तीन कृषि कानून वापस लेने के लिए मोदी सरकार को मजबूर कर दिया था। इस आंदोलन के बाद ही किसानों का मुद्दा तूल पकड़ने लगा। फरवरी में हरियाणा-पंजाब के शंभू बार्डर पर  किसानों के आंदोलन ने जोर पकड़ा था। हरियाणा सरकार ने किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए सड़कों पर कीलें गाड़ दी थी। किसानों पर पुलिस ने पैलेट गन का भी इस्तेमाल किया था। इस आंदोलन में एक युवा किसान की शहादत भी हो गयी थी। कुल मिलाकर किसानों के बीच मोदी सरकार को लेकर काफी असंतोष है।